अग्निवीर पेंशन के मामला हमेसा से ही चर्चा मे रहा इस कारण से युवा पीढ़ी का सेना की तरफ आगमन भी कम हो गया हैं। सैनिकों को भर्ती किए लिए बहुत सारी प्राथमिकता देने की जरूरत है। अभी तक पेंशन जैसी कोई भी सुविधा जवानों को नहीं दी गई है।
ड्यूटी के दौरान अगर किसी भी जवान की अगर मृत्यु हो जाती है तो, पारिवारिक सहायता रक्षा मंत्रालय द्वारा दी जाती है। लेकिन शहीद के परिजन को पेंशन की सुविधा नहीं दे जाती है, मुआवजा भी काफी कम है।
अग्निवीर पेंशन की मांग हुई तेज
पेंशन के साथ-साथ पारिवारिक लोगों को भर्ती मे प्राथमिकता देने की मांग भी सामने आ रही हैं। इस तरह की सुविधा पूर्व सैनिकों के पास है लेकिन अग्निवीर सैनिकों के पास अभी ऐसी कोई सुविधा नहीं है। इस से जुड़े कई सुझाव रक्षा मंत्रालय के पास आए हैं, साथ-साथ सरकार युवाओं की दिलचस्पी भी देख रही हैं।
सरकार मानना है कि अग्निवीर को नियमित करने के प्रावधान मे सरकार 50 % तक बढ़ा देगी। साथ ही कुछ लाभ परिजन को भी दिए जाएंगे, साथ ही 4 साल का कार्यकाल भी बढ़ाया जाएगा। अग्नि वीर के परिजन को पेंशन देने की मांग अभी शायद पूरी नहीं की जाएगी।
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