क्या होता है यो यो टेस्ट? टीम इंडिया में प्रवेश के लिए अब आवश्यक है यो यो टेस्ट, जानिए इसके बारे में

Twinkle Sinha

yo yo test

यो यो टेस्ट एक सॉफ़्टवेयर आधारित परीक्षण है, जिसमें खिलाड़ियों को 20 मीटर की दूरी पर एक शंकु के पास दौड़ना होता है। यह बीप टेस्ट का एक रूप है और इसे डेनमार्की फुटबॉल फिजियोलॉजिस्ट जेन्स बैंग्सबो ने विकसित किया था। वर्तमान में, भारतीय क्रिकेट टीम में किसी खिलाड़ी को एक स्थान प्राप्त करने के लिए इस टेस्ट को 16.1 स्कोर के साथ पास करना आवश्यक होता है।


क्या होता है यो यो टेस्ट?

“यो यो टेस्ट” एक प्रकार की फिजिकल फिटनेस टेस्ट होती है, जिसे “Yo-Yo Intermittent Recovery Test” के नाम से भी जाना जाता है। यह एक व्यक्ति की कार्यक्षमता, स्थायिता और फिजिकल अच्छाई का मापन करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह टेस्ट खासकर खिलाड़ियों, खेलों और स्पोर्ट्स ट्रेनर्स द्वारा उपयोग किया जाता है ताकि वे व्यक्तिगत प्रगति को माप सकें और उनकी फिटनेस स्तर की जांच कर सकें।

इस टेस्ट का आयोजन भारत में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी, बैंगलोर में किया जाता है, क्योंकि वहाँ यह सॉफ़्टवेयर स्थापित है।

कैसे किया जाता है यो यो टेस्‍ट?

यो-यो टेस्ट में, यद्यपि 23 स्तर होते हैं, खिलाड़ियों की परीक्षा 5वें स्तर से शुरू होती है। सरल शब्दों में समझाएं तो, हर खिलाड़ी को एक निर्धारित समय में 40 मीटर की दूरी को पूरा करना होता है, जो कि 20-20 के समय में होता है। जैसे-जैसे स्तर बढ़ता है, समय घटता जाता है, अर्थात् उसी दूरी को और भी कम समय में पूरा करना होता है। इस आधार पर स्कोर का निर्धारण होता है। अब तक किसी ने इसके आखिरी और 23वें स्तर को पार नहीं किया है।

यो यो में टेस्‍ट कितना स्‍कोर है जरूरी?

भारतीय क्रिकेट टीम को यो-यो टेस्ट पास करने के लिए पासिंग स्कोर 16.1 अंक निर्धारित किया गया है। ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड टीमों के लिए इस स्कोर का होना चाहिए 19 अंक। श्रीलंका और पाकिस्तान के लिए 17.4 अंक की आवश्यकता होती है, जबकि साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों के लिए यो-यो टेस्ट में 18.5 अंक होने की आवश्यकता होती है।

क्या होता है योयो टेस्ट?

चित्र के अनुसार, तीन पॉइंट A, B और C होते हैं, जिन पर निशान लगाया जाता है। A और C पॉइंट्स के पास स्पीकर रखे जाते हैं, जिनसे खिलाड़ियों को दिशा-निर्देश दिए जाते हैं।

B पॉइंट से C पॉइंट की दूरी 20 मीटर होती है। खिलाड़ी B पॉइंट से दौड़ना शुरू करता है और दौड़ते समय उन्हें पहले बीप की आवाज और फिर दूसरे बीप से पहले निर्धारित समय में C पॉइंट को छूना होता है। इसके बाद, तीसरे बीप से पहले खिलाड़ी को B पॉइंट की लाइन को पार करना होता है।

इसके बाद, B पॉइंट से A पॉइंट के बीच 5 मीटर की दूरी होती है, जिसे रिकवरी के रूप में उपयोग किया जाता है। खिलाड़ी के पास 10 सेकंड का समय होता है इस दूरी को तय करने के लिए, और उन्हें इस समय में A पॉइंट से B पॉइंट तक पहुँचना होता है। यदि खिलाड़ी पहले चक्र में निर्धारित समय में अपने निशान पर पहुँच नहीं पाता है, तो उसे 10 सेकंड की अनुशासना दी जाती है ताकि वह दिशित समय में दूरी को निर्धारित कर सके।

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Virat kKohli Yo Yo Test

क्या होता है योयो टेस्ट?

“एशिया कप 2023” से पहले, भारतीय टीम ने बैंगलोर के अलूर में एक विशेष कैंप में भाग लिया। पांच दिनों तक, बीसीसीआई के अधिकारियों की निगरानी में, सभी खिलाड़ी ने अपने फिटनेस टेस्ट को पास करने का प्रयास किया। गुरुवार को, विराट कोहली ने यो-यो टेस्ट पास कर लिया और इस खुशी की खबर को उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक तस्वीर के साथ साझा किया।

“यो-यो टेस्ट पास करने के बाद, कोहली ने अपनी खुशी को व्यक्त किया। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘खतरनाक कोन के बीच यो-यो टेस्ट पूरा करने की खुशी। 17.2 हो गया।'”