Short Story In Hindi: बच्चों के लिए बेस्ट 5 प्रेरणादायक हिंदी कहानियां

Twinkle Sinha

Short Story In Hindi

आज की पोस्ट में हम Short Story In Hindi लेकर आए हैं, जो आपके विचारों और जीवन को बदल सकती हैं। ये कहानियाँ छोटी हो सकती हैं, लेकिन उनकी मोटिवेशनल मूल्य बहुत ज़्यादा हैं जो आपके बच्चे पर अच्छी प्रभाव डालेंगे।

1. बिल्ली और चूहा

यह कहानी है एक छोटे से गाँव की, जहां एक छोटी सी बिल्ली और एक छोटा सा चूहा रहते थे। वे अच्छे दोस्त थे और हमेशा साथ खेलते थे।

एक दिन, वे दोनों एक बड़ी सी प्याली में दूध देखते हैं, जो गाँव के एक घर में रखी थी। वे दोनों तय करते हैं कि वे दूध पीने का साझा करेंगे।

बिल्ली ने प्याली के एक किनारे से पीना शुरू किया, जबकि चूहा दूसरे किनारे से पी रहा था। वे दोनों बहुत खुश थे क्योंकि उन्हें एक साथ प्याली से पीने का मौका मिला।

हालांकि, जैसे ही प्याली खाली हो जाती है, चूहा अपने छल का सहारा लेता है और बिल्ली को धोखा देता है। चूहा उसे कहता है, “तू इतना बड़ा है और मैं इतना छोटा, तो मुझे ज्यादा दूध की ज़रूरत है।”

बिल्ली समझ जाती है कि चूहा ने उसे धोखा दिया है, लेकिन वह खामोश रहती है।

कुछ दिनों तक, वे दोनों ऐसे ही खेलते रहते हैं, लेकिन चूहा हमेशा ज्यादा दूध पी लेता है। फिर एक दिन, जब वह अकेला होता है, तो उसका पेट बहुत दर्द करने लगता है। चूहा जान जाता है कि उसका यह हाल बिल्ली के साथ धोखाधड़ी से खेलने का परिणाम है।

वह बिल्ली से माफ़ी मांगता है और उसे यह सिखने का मौका मिलता है कि दोस्ती में धोखा देने से बड़ा नुकसान हो सकता है। बिल्ली उसकी माफ़ी को स्वीकार कर लेती है, और वे दोनों फिर से अच्छे दोस्त बन जाते हैं।

नैतिक शिक्षा: इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि दोस्ती में ईमानदारी और सच्चाई होनी चाहिए। धोखा देने से हमें केवल क्षति होती है, और यह हमें अच्छे दोस्तों की महत्वपूर्ण बात सिखाता है।

2. कर्मयोगी की कहानी: सफलता की ओर एक कदम

यह कहानी है राजेश कुमार की, जो एक छोटे से गांव से थे, लेकिन उनमें एक अद्भुत संघर्ष और अदृढ़ संकल्प था।

राजेश बचपन से ही पढ़ाई में महारत प्राप्त करना चाहते थे, लेकिन उनके पास पढ़ाई के लिए सामग्री या फिर अच्छे स्कूल के लिए पर्याप्त पैसे नहीं थे।

लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने मानसिक तय किया कि वह कभी भी हार नहीं मानेंगे। वे गांव के पुस्तकालय में जाते और किताबों का अध्ययन करते थे, जब भी समय मिलता।

राजेश ने किसी के सहायता के बिना भी पढ़ाई में अच्छे अंक प्राप्त किए और उन्होंने एक सरकारी उच्च शिक्षा संस्थान में प्रवेश प्राप्त किया।

वहां उन्होंने अपने अध्ययन को और भी मजबूत किया और अपनी आखिरी परीक्षा में प्राप्त किए गए अंक के साथ अपनी पढ़ाई पूरी की।

राजेश ने अब अपने सपने को पूरा किया और एक प्रमुख अध्यापक बन गए, जो आज लाखों छात्रों को आदर्श बना रहे हैं।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता के लिए हमें अद्भुत संघर्ष और संकल्प की आवश्यकता होती है। चाहे हमारे पास सामग्री हो या न हो, यदि हमारा संकल्प मजबूत हो तो हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।

नैतिक शिक्षा: राजेश की कहानी हमें यह सिखाती है कि आपकी सफलता केवल आपके संकल्प और मेहनत पर निर्भर करती है, और अगर आपका संकल्प मजबूत हो, तो आप किसी भी लक्ष्य को पा सकते हैं।

3. छिपकली का एक मजेदार छोटी कहानी

एक बार की बात है, एक गाँव में एक आदमी अपने साथी के साथ खेत में काम कर रहा था। गरमी के कारण वे बहुत पसीने से भिग गए और थक गए।

अचानक, उन्होंने देखा कि वहां कुछ बड़ा ही अजीब दिखने वाला चीज खड़ा है। वे नजदीक गए और देखा कि वह बड़ा ही अजीब सा पत्थर था। उन्होंने पत्थर को उठाया और देखा कि इसमें एक छोटी सी छिपकली बसी थी।

आदमी बड़े हैरानी से छिपकली के पास गया और पूछा, “तुम यहां कैसे आई?” छिपकली ने कहा, “बस कुछ दिनों के लिए यहां अपने खाने के लिए आ गई हूँ। मुझे तुम्हारे खेत में खूबसुरत कीटनाशक मिल गया है।”

आदमी हैरानी से पूछा, “क्या तुम सचमुच कुछ दिनों के लिए यहां रहना चाहोगी?” छिपकली ने मुस्कराया और कहा, “नहीं, बाबूजी, मैं तो मजाक कर रही थी। मुझे यहां नहीं रहना है, मैं तो बस खेतों में धूप में बैठने आई थी, अब मैं जा रही हूँ।”

नैतिक शिक्षा: इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जिन चीजों का हम डरते हैं, वे कभी-कभी हमारी समझ से बाहर होती हैं, और हमें हंसने की आवश्यकता है।

4. सपने का सफर

यह कहानी है एक छोटे से गाँव के एक लड़के की, जिसका सपना था कि वह एक दिन बड़ा आदमी बनेगा। वह बचपन से ही अपने सपनों के पीछे भाग रहा था।

एक दिन, उसने अपने पिता से अपने सपनों के बारे में बात की। पिता ने उसे एक गुड़िया के बड़े से बड़े दिनार दी, और कहा, “इस दिनार को देखकर याद रखना, तुम्हारा सपना कभी छोटा नहीं होता, अगर तुम्हारी मेहनत और संघटना सही हो।”

लड़का ने वो दिनार अपने बेडरूम में रख लिया और रोज़ उसको देखकर अपने सपनों की ओर बढ़ता रहा। वह अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए पढ़ाई करता और खुद को बेहतर बनाने के लिए मेहनत करता।

समय बीता, और लड़का अपने सपनों के कदम कदम पर बढ़ता गया। वह एक उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद एक महान वैज्ञानिक बन गया।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत, संघटना, और संकल्प की आवश्यकता होती है। जब हम अपने सपनों के प्रति पूरी तरह समर्पित होते हैं, तो कुछ भी मुमकिन हो सकता है।

नैतिक शिक्षा: सपनों को पूरा करने के लिए संघटना और मेहनत महत्वपूर्ण हैं, और अगर हम इन प्रिंसिपल्स पर चलते हैं, तो हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।

5. अकेला शेर

यह कहानी है एक छोटे से जंगल में जिसमें एक शेर अकेला रहता था। वह बहुत ही शानदार और डरावना था, लेकिन उसका दिल बहुत ही अकेलापन से भरा हुआ था।

एक दिन, जब शेर जंगल में फिरहा रहा था, तो उसने एक छोटी सी गाय को देखा। गाय बहुत ही भोली और निर्भीक दिखती थी। शेर ने सोचा, “क्या यह संभव है कि मैं और गाय दोस्त बन सकते हैं?”

शेर ने धीरे-धीरे गाय के पास जाकर बात की और कहा, “नमस्ते, मैं एक शेर हूँ, लेकिन मैं दोस्त बनना चाहता हूँ।”

गाय थोड़ी देर सोचती रही और फिर बोली, “ठीक है, हम दोस्त बन सकते हैं।”

इसके बाद, शेर और गाय बहुत अच्छे दोस्त बन गए। वे साथ खेलते, समय बिताते और एक-दूसरे के साथ रहते। शेर ने गाय से बहुत कुछ सीखा और गाय ने भी शेर की मदद की।

जंगल के अन्य जानवर देखकर चौंक जाते कि यह अकेला शेर और गाय कैसे दोस्त बन सकते हैं, लेकिन वे दोनों दिखा दिया कि दो अलग-अलग जातियों के बीच भी दोस्ती की कोई सीमा नहीं होती।

नैतिक शिक्षा: इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि अगर हम अपने धर्म, जाति, या सामाजिक स्थिति के आधार पर किसी को नकारते हैं, तो हम कभी सच्ची दोस्ती का अनुभव नहीं कर सकते। दोस्ती का मतलब दिल से जुड़ने में होता है, और यह किसी के जाति या प्राथमिकता से परे होता है।

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