नवरात्रि कलश स्थापना 2023, माँ शैलपुत्री को खुश करने की विधि, शुभ मुहुर्त की शुरुआत होगी इस समय

Divya Pundir

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नवरात्रि कलश स्थापना 2023

पितृ पक्ष पूरा होने के बाद नौ दिन जे लिए देवी की पूजा की जाती हैं, नवरात्रि कलश स्थापना 2023 शुभ मुहूर्त अश्विन मास के शुक्ल पक्ष मे प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है। शारदीय नवरात्रि का महत्व माता दुर्गा की आराधना के लिए जाना जाता है। उत्तर भारत और पश्चिम बंगाल के अलावा गुजरात मे भी दुर्गा पूजा का बहुत बड़ा महत्व है।

हिन्दू पंचांग के अनुसार महत्व दुर्गा की पूजा साल मे चार बार जरूर होनी चाइये इनमें से दो गुप्त नवरात्रि होते है और बाकी दो चैत्र मास के नवरात्र और अश्विन मास के नवरात्र होते है। अश्विन की प्रतिपद तिथि से शुरू होकर नवरात्रि नवमी तिथि तक चलते है। इसके बाद दशमी के दिन दशहरा मनाया जाता है, इस दिन रावण का वध श्रीं राम भगवान के द्वारा किया गया था।

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नवरात्रि कलश स्थापना 2023 के लिए क्या होगा शुभ मुहूर्त

साल 2023 मे 15 October के दिन से नवरात्रि का आरंभ होने जा रहा है। प्रतिपदा तिथि के दिन घटस्थापना की जाएगी और बाकी के नौ दिन माँ दुर्गा के सामने अखंड ज्योति जलायी जाएगी। 24 October के दिन दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। 15 October के दिन साउथ नवरात्र के दिनों की शुरुआत होगी।

अगर बात करे शुभ मुहुर्त की तो शारदीय नवरात्रि के पहले दिन 11:48 AM से लेकर 12:36 PM तक कलश स्थापना के शुभ मुहूर्त है। इसके अलावा घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 6:30 से लेकर सुबह 8:47 तक रहेगा। जो मुहुर्त 11:48 से लेकर 12:36 तक चलेगा वह अभिजीत मुहुर्त है।

कैसे करे कलश स्थापना

सबसे पहले वेदों मे मन की स्वच्छता को महत्व दिया गया है, कहा जाता है कि नवरात्र के नौ दिन जो स्वच्छ मन से माँ दुर्गा की पूजा करे उसके सारे काम बनने लगते है। कलश स्थापना एक दृढ़ता का प्रतीक है। नीचे दिए गए विधि से आप भी कलश स्थापना कर सकते हैं

  • सबसे पहले मिट्टी के पात्र मे मिट्टी डालकर जो के बीज बो दे।
  • तांबे के लौटे मे कुछ बूंदे गंगाजल की डालकर उसको पानी से भर ले, और उस पर स्वास्तिक चिन्ह बनाए।
  • लौटे के उपरी हिस्से पर मौली बांधे।
  • लाल रंग का आसन ले और उस पर नीचे दी गई सामग्री के साथ रख दे।
  • कलश के ऊपर लाल कपड़े मे नारियल रखे।
  • मिट्टी वाले पात्र के पास साबुत चावल, इलायची, पान के पत्ते, सुपारी, फल, फूल, सिंदूर, लाल चुनरी, कपूर, रोली, सिक्के, अशोक या आम के पत्ते साथ रखे।

ऐसा करने से आपकी पूजा विधि के अनुसार की जाएगी इसके अलावा माँ दुर्गा आप पर प्रशन्न होंगी।

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