दुनिया के सबसे बड़े डायरेक्टर्स में से एक क्रिस्टोफर नोलन ने फिल्म ओपेनहाइमर से तहलका मचा दिया है. रिलीज के साथ ही इस फिल्म का क्रेज लोगों के सिर चढ़कर बल रहा है। फिल्म की तगड़ी एडवांस बुकिंग हो चुकी है। पठान के बाद, “Oppenheimer” ने भारतीय सिनेमाघरों की रौनक को फिर से लौटा दिया है। हालांकि, “ओपेनहाइमर” देखने के बाद कुछ लोगों ने एक सीन पर धार्मिक भावनाओं को ठेक पहुंचाने का आरोप लगाया है।
- हॉलीवुड मूवी ‘ओपेनहाइमर’ जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की बायोग्राफी पर आधारित है, जिन्होंने दुनिया का पहला परमाणु बम बनाया था।
- ओपेनहाइमर का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे परमाणु टेस्ट के बाद भगवद गीता के एक श्लोक का जिक्र कर रहे हैं।
- राइटर देवदत्त पटनायक का कहना है कि Oppenheimer ने भगवद गीता के श्लोक का अर्थ ही गलत समझा था।
ओपेनहाइमर पर क्यों मचा बवाल?
दरअसल, यह फिल्म पहला परमाणु बम बनाने वाले वैज्ञानिक जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर की जिंदगी पर आधारित है। जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर भगवद गीता पढ़ने के शौकीन थे, लेकिन फिल्म में ओपेनहाइमर को सेक्स सीन के दौरान भगवद गीता पढ़ते हुए दिखाया गया है, जिसपर अब बवाल मच गया है।
फिल्म में दिखाया गया है कि Oppenheimer का किरदार निभाने वाले मशहूर एक्टर किलियन मर्फी अपनी गर्लफ्रेंड संग इंटीमेट होते हुए भगवद गीता पढ़ रहे हैं। फिल्म में हिंदू धर्मग्रंथ भगवद गीता को पढ़ते हुए इंटीमेंट सीन्स दिखाने पर लोग डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन को जमकर ट्रोल कर रहे हैं। फिल्म में इस सीन को हटाए बिना इंडिया में रिलीज करने पर कई लोग सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) की भी जमकर आलोचना कर रहे हैं।
देवदत्त पटनायक बोले- शायद वो धर्म संकट में थे!
जाने-माने राइटर देवदत्त पटनायक, जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की भगवद गीता की व्याख्या से असहमत हैं। उन्होंने कहा कि भौतिक विज्ञानी शायद ‘धर्म संकट’ में थे। वो श्लोक के अर्थ को समझ ही नहीं सके।
उन्होंने कहा, ‘मैंने ओपेनहाइमर पर कुछ रिसर्च की थी और मुझे ये लाइन कभी नहीं मिली थी। मैंने ये लाइन कभी नहीं सुनी थी। किसी ने कहा कि ये चैप्टर 11, श्लोक 32 है, जो वास्तव में ‘काल-अस्मि’ कहता है, जिसका अर्थ है ‘मैं समय हूं, दुनिया का विनाशक हूं’। तो उनका अनुवाद ही गलत है। ये ‘मैं मृत्यु हूं’ नहीं है। ये समय है, समय दुनिया का विनाशक है।’
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ओपेनहाइमर का वीडियो हुआ वायरल
ओपेनहाइमर ने सीखी थी संस्कृत
वास्तव में, ओपेनहाइमर न केवल गीता के छात्र थे, बल्कि उन्होंने कालिदास का ‘मेघदूत’ भी पढ़ा था। इन ग्रंथों को उनके मूल रूप में पढ़ने के लिए उन्होंने संस्कृत भी सीखी। क्रिस्टोफर नोलन की फिल्म में उनका किरदार सिलियन मर्फी ने निभाया है। मर्फी ने अपनी रिसर्च के एक हिस्से के रूप में गीता भी पढ़ी, उन्होंने एक इंटरव्यू में खुलासा किया।
ओपेनहाइमर पर लोगों का रिएक्शन
दर्शकों ने फिल्म में इंटिमेट सीन के दौरान भगवद गीता दिखाए जाने पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। एक ट्विटर यूजर ने इंटिमेट सीन में भगवत गीता दिखाए जाने के लिए ओपेनहाइमर की आलोचना की। कुछ दर्शक इस बात से भी हैरान थे कि जब Oppenheimer को भारत में रिलीज किया गया था तो इंटिमेट सीन धुंधले कर दिया गए थे लेकिन भगवद गीता का रेफरेंस साफ दिख रहा है। कई लोगों ने यह भी कहा कि यह सीन ऐतिहासिक रूप से सटीक या जरूरी नहीं था।