Canada India Tensions: मतभेद की वजह से उठाना पड़ सकता है भारी आर्थिक नुकसान

Stutee

Canada India Tensions 2023: कनाडा और इंडिया के तनाव के बीच में कई लोगों की इनकम दाव पर लगी हुई है। कुछ वक्त पहले जब मंत्री पीयूष गोयल कनाडा के दौरे पर गए थे। तो फिर उसी समय सीआईआई का रिपोर्ट जारी किया गया था। जिसके कनाडा में होने वाले इंडियन बिज़नेस के आंकड़े पेश किए गए थे।


फिलहाल भारत और कनाडा के बीच में जो कूटनैतिक मतभेद चल रहा है। इस वजह से दोनों ही देश को बहुत बड़े आर्थिक नुकसान का करना पड़ सकता है। क्योंकि एक आर्थिक रूप से दोनों ही देश की इन्वॉल्वमेंट काफी ज्यादा है। ऐसे में देखना बहुत जरूरी है कि इस विवाद से आम लोगों को कम से कम नुकसान हो।

Canada India Tensions: कैनेडियन इकोनॉमी के लिए कितना अहम है भारत?

कनाडा की इकोनॉमी में भारत एक बहुत जरूरी रोल प्ले करता है। सीआईआई की रिपोर्ट ‘फ्रॉम इंडिया टू कनाडा: इकोनॉमिक इम्पैक्ट एंड एंगेजमेंट’ के हिसाब से भारतीय फर्म्स 17000 से भी नौकरियां लेकर आती हैं। और भारत बहुत सारा पैसा कनाडा में इनवेस्ट करता है। वही कनाडा भी भारतीय उद्योगों में टाइम टू टाइम इनवेस्ट करता रहता है। ऐसे में दोनों देशों के बीच बढ़ते विवाद के वजह से इनके इकोनॉमिक्स को भारी नुकसान पहुंच सकता है।

30 इंडियन फर्म्स खतरे में!

दोनों देशों के बीच होने वाले इस मतभेद के वजह से देशों के कारोबार को भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। सीआईआई की रिपोर्ट के हिसाब से फिलहाल कनाडा में 30 भारतीय फॉर्म्स ऑपरेट करते हैं। और भारत का कनाडा में कुल इन्वेस्टमेंट 40,446 करोड़ रुपये का है। ऐसे में सबको डर है कि इन तनाव भरे सरकमस्टेंसस में इन फॉर्म्स को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।

दोनो देशों की आर्थिक साझेदारी

इस आने वाले खतरे को समझने के लिए आपका यह जानना बहुत जरूरी है। कि दोनों देशों की आर्थिक साझेदारी कैसे चलती है। आपको बता दे कि भारत ने कनाडाई पेंशन फंडों ने भी भारत में 55 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट किया है। वही कनाडा ने इंडियन सॉफ्टवेयर फॉर्म्स में भी काफी पैसा लगाया है। साल 2022 में भारत कनाडा का दसवां सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर रहा है। और ऐसे में यह तनाव भरे सिचुएशंस दोनों देश को आर्थिक तंगी की तरफ ले जा सकते हैं।

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