Bharat Mandapam: जानें G20 delhi summit की मेजबानी करने वाले भारत मंडपम के बारे में। 

Prashant Singh

Bharat Mandapam ही G20 दिल्ली शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा जिसमें दुनिया के शीर्ष अर्थव्यवस्थाएं भाग लेगी। जाने खबर विस्तार से। 

What is the G20 summit? 

G20 शिखर सम्मेलन दुनिया के शीर्ष 20 देशों द्वारा आयोजित किया जाता है। बता दें कि पिछले साल के दिसंबर से लेकर एक साल तक भारत को जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का मौका मिला है। 

इसी अवसर पर G20 shrinagar summit के बाद 9 और 10 सितंबर को भारत G20 Delhi summit की मेजबानी कर रहा है, जो भारत मंडपम में आयोजित हो रहा है। 

What is Bharat Mandapam 

शिखर सम्मेलन नई दिल्ली के प्रगति मैदान में अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी-सह-सम्मेलन केंद्र (IECC) परिसर में हो रहा है जिसे भारत मंडपम के नाम से भी जाना जाता है। इस कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन 26 जुलाई को किया गया था।

दुनिया भर से नेताओं के आगमन के बाद, 19वां जी20 शिखर सम्मेलन शनिवार को दिल्ली के भारत मंडपम में शुरू हुआ। दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन जो बिडेन, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक और कई अन्य जैसे विश्व के शीर्ष नेता शामिल हुए हैं। 

शिखर सम्मेलन के दौरान, भारत मंडपम वैश्विक नेताओं और प्रतिनिधियों को भारत की समृद्ध और विविध संस्कृति का प्रदर्शन करेगा। इसीलिए इसे सांस्कृतिक ‘गलियारा’ कहा जाता है। इसमें भौतिक और आभासी प्रदर्शनियाँ भी शामिल होंगी, जिससे आगंतुकों के लिए एक गहन अनुभव तैयार होगा।

Bharat Mandapam architect 

नटराज की 29 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमा, भारत की विशाल संस्कृति और परंपरा पर प्रकाश डालती है, जहां नृत्य और गायन भगवान की पूजा करने के एक उपकरण के रूप में काम करते हैं। 

यह मूर्ति अष्टधातु से बनी है और इसका वजन करीब 18 टन है। इसे तमिलनाडु के स्वामी मलाई के प्रसिद्ध मूर्तिकार राधाकृष्णन स्थापति और उनकी टीम ने सात महीने में बनाया था।

इसका बहुउद्देश्यीय हॉल और प्लेनरी हॉल सात हजार उपस्थित लोगों को समायोजित कर सकता है, जो इसे क्षमता के मामले में ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध सिडनी ओपेरा हाउस से बड़ा बनाता है। इसके एम्फीथिएटर में 3,000 व्यक्तियों के बैठने की व्यवस्था है और यह इसकी बहुमुखी प्रतिभा और भव्यता को बढ़ाता है।

इसका नाम ‘भारत मंडपम’ भगवान बसवेश्वर की अनुभव मंडपम की अवधारणा से प्रेरणा लेता है। भव्य परिसर जनता के लिए भी खुला रहेगा और राष्ट्र की प्रगति की आकांक्षा के समर्थन में व्यापक सुविधाएं प्रदान करेगा। 

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