बॉलीवुड की वो 9 फिल्में, जो समलैंगिक रिश्तों पर बनीं
1996 में रिलीज़ हुई इस फिल्म में, शायद पहली बार बॉलीवुड के पर्दे पर समलैंगिकता दिखाया गया। दीपा मेहता की इस फिल्म में, हमने शबाना आजमी और नंदिता दास के बीच एक लेस्बियन संबंध देखने को मिला।
शबाना आजमी और नंदिता दास की फायर
2015 में रिलीज हुई हंसल मेहता की फिल्म ‘अलीगढ़’ सच्ची घटना पर आधारित है। इसमें अलीगढ़ विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर श्रीनिवास रामचंद्र सिरस की कहानी दिखाई गई थी, जिन्हें समलैंगिक होने के कारण उनकी नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।
मनोज वाजपेयी की अलीगढ़
2014 में फिल्म ‘अनफ्रीडम’ (Unfreedom) बनी थी, जिसे इसलिए बैन कर दिया गया था क्योंकि इसमें समलैंगिक रिश्तों पर आधारित कहानी थी। फिल्म में अश्लीलता ज्यादा होने के कारण सेंसर बोर्ड ने इसकी रिलीज़ से मना कर दिया था।
अनफ्रीडम, जो रिलीज ही नहीं होने दी गई
सोनाली बोस की 'मार्गरिटा विद अ स्ट्रॉ' में कल्कि कोचलीन ने समलैंगिक महिला का किरदार निभाया था। कल्कि न्यूयॉर्क जाती हैं और उसे वहां एक स्त्री से प्यार हो जाता है, लेकिन लोग उसे गलत तरीके से देखते हैं।
कल्कि कोचलीन की ‘मार्गरिटा विद अ स्ट्रॉ’
शकुन बत्रा द्वारा निर्देशित फैमिली ड्रामा में सिद्धार्थ मल्होत्रा, आलिया भट्ट, और फवाद खान ने अहम भूमिका निभाई थी। फिल्म देखने से लगेगा कि फवाद एक परफेक्ट बेटा है, लेकिन वह गे है।
सिद्धार्थ मल्होत्रा, आलिया भट्ट की कपूर एंड संस
2019 में राजकुमार राव और सोनम कपूर की फिल्म 'एक लड़की को देखा तो आिसा लगा' समलैंगिक प्रेम कहानी पर आधारित थी, जिसमें अनिल कपूर भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।
सोनम कपूर की एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा
'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' आयुष्मान खुराना के साथ एक गहरे समलैंगिक प्रेम कहानी पर आधारित है, जो दो लड़कों के बीच की दोस्ती और प्रेम की कहानी को दर्शाती है।
आयुष्मान खुराना की शुभ मंगल ज्यादा सावधान
2013 में 'बॉम्बे टॉकिज' फिल्म रिलीज हुई, जिसमें समलैंगिक कपल की कहानी थी, और इसमें रणदीप हुडा और सकीब सलीम ने मुख्य भूमिका निभाई थी और उनका लिप लॉक सीन चर्चा में था।
रणदीप हुड्डा की बॉम्बे टॉकिज
2022 में रिलीज़ हुई 'बधाई दो' फ़िल्म भी समलैंगिकता के मुद्दे पर आधारित थी। इसमें शार्दुल ठाकुर (राजकुमार राव) ने समलैंगिक पुरुष का किरदार निभाया था, और सुमन सिंह (भूमि पेडनेकर) भी समलैंगिक थी।